सोमवार, २३ मे, २०११

गुफ्तगू...!?!




हर पलमें प्यार है हर पलमें ख़ुशी है...


खो दो तो यादें है जी लो तो जिंदगी है...!


जर्रे जर्रे में खुदा है हर घडी इबादत है...


न मानो तो काफिरी है करलो तो बंदगी है...!

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